Vanvaas movie review एक ऐसी फिल्म की बात करती है जो दर्शकों को परिवार, प्यार और जीवन की जटिलताओं पर सोचने पर मजबूर करती है। फिल्म की कहानी एक बूढ़े आदमी दीपक त्यागी (Nana Patekar) और एक युवा लड़के वीरू (Utkarsh Sharma) के इर्द-गिर्द घूमती है। दीपक त्यागी शिमला के सुंदर परिदृश्य में स्थित अपनी हवेली विमला सदन में रहते हैं। यह हवेली उन्होंने अपनी पत्नी विमला (Khushboo Sundar) के नाम पर बनाई थी। विमला का निधन कई साल पहले हो चुका है, लेकिन डिमेंशिया की वजह से दीपक यह भूल जाते हैं और उनकी यादों में जीते रहते हैं।
Vanvaas Movie की शुरुआत और कहानी
फिल्म की शुरुआत भावनात्मक रूप से होती है, जहां दीपक अपने परिवार के साथ रहते हैं, जिसमें उनके तीन बेटे, उनकी पत्नियां और पोते-पोतियां शामिल हैं। हालांकि, परिवार के सदस्यों के लिए दीपक का ख्याल रखना धीरे-धीरे बोझ बन जाता है। जब दीपक अपनी संपत्ति एक ट्रस्ट को सौंपने का निर्णय लेते हैं, तो उनके परिवार को यह नागवार गुजरता है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब उनका परिवार उन्हें छुट्टी के बहाने बनारस ले जाता है और वहां वृद्धाश्रम में छोड़ने की योजना बनाता है।
यह फिल्म रिश्तों की जटिलताओं को गहराई से दिखाती है। जब दीपक को बनारस में उनके परिवार द्वारा अकेला छोड़ दिया जाता है, तो कहानी दर्शकों को भावनात्मक रूप से झकझोर देती है। यह उस दर्द को उजागर करती है, जिसे अक्सर बुजुर्ग माता-पिता सहन करते हैं। दीपक अपनी पहचान और अपने बच्चों के साथ संबंधों को भूल जाते हैं और यह मान लेते हैं कि उनके बच्चे अभी किशोर हैं।
Vanvaas Movie Review दीपक और वीरू की मुलाकात
दीपक की मुलाकात वीरू नामक एक छोटे चोर से होती है, जो उनका सहारा बनता है। वीरू का किरदार कहानी को एक नई दिशा देता है और दर्शकों के लिए प्रेरणादायक बनता है। यह रिश्ता न केवल दो अलग-अलग पीढ़ियों के बीच के संबंधों को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि जीवन में कभी-कभी अनजान लोग भी हमारे अपने बन सकते हैं।
फिल्म की कहानी की सबसे बड़ी ताकत इसकी भावनात्मक गहराई है। दीपक के परिवार द्वारा उन्हें छोड़ने का निर्णय और इसके बाद उनके संघर्ष को बहुत ही प्रभावी ढंग से दिखाया गया है। वीरू और दीपक के बीच की दोस्ती कहानी को और दिलचस्प बनाती है। वीरू का दीपक के प्रति सहानुभूति और उनका साथ देने का निर्णय फिल्म को एक सकारात्मक दिशा में ले जाता है।
Vanvaas Movie Review निर्देशन और पटकथा
निर्देशक अनिल शर्मा ने फिल्म को सरल लेकिन प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहानी में भावनाओं का अटूट प्रवाह बनाए रखा है। फिल्म के कुछ दृश्य, जैसे दीपक को अकेला छोड़ दिया जाना, दीपक और वीरू का भावनात्मक जुड़ाव, और अंत में दीपक का अपने परिवार से सामना, दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ते हैं।
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फिल्म की पटकथा प्रभावी है, लेकिन इसमें कुछ खामियां भी हैं। विशेष रूप से दूसरे भाग में कहानी खिंचती हुई महसूस होती है। कुछ दृश्य अनावश्यक लगते हैं, जैसे वीरू द्वारा अनजाने में मीना (Simrat Kaur) को चोट पहुंचाना और रमपतिया मौसी जी (Ashwini Kalsekar) का गुस्सा। ये सब कहानी की गति को धीमा कर देते हैं।
अभिनय और किरदार
Nana Patekar ने दीपक त्यागी के किरदार को शानदार ढंग से निभाया है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने में सफलता हासिल की है। उनके अभिनय में एक गहराई है जो कहानी को और मजबूत बनाती है। Utkarsh Sharma ने वीरू के किरदार में अपनी छाप छोड़ी है। हालांकि, कुछ भावनात्मक दृश्यों में उनकी परफॉर्मेंस और बेहतर हो सकती थी। Khushboo Sundar ने अपने छोटे कैमियो में शानदार काम किया है।
फिल्म में राजपाल यादव (Pappu) के किरदार ने हल्के-फुल्के हास्य का तड़का लगाया है। Simrat Kaur की स्क्रीन उपस्थिति अच्छी है, लेकिन अभिनय में अभी भी परिपक्वता की आवश्यकता है। अन्य सहायक कलाकार जैसे Ashwini Kalsekar और Hemant Kher ने भी अपनी भूमिकाओं के साथ न्याय किया है।
संगीत और तकनीकी पहलू
फिल्म का संगीत कहानी के साथ अच्छी तरह मेल खाता है। Mithoon द्वारा रचित गाने “Yaadon Ke Jharokhon Se” और “Bandhan” कहानी के भावनात्मक पहलुओं को और गहराई देते हैं। Kabir Lal की सिनेमैटोग्राफी दर्शकों को बनारस और हिमाचल प्रदेश की खूबसूरती से परिचित कराती है। Monty Sharma का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के मूड को बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि, फिल्म का संपादन और बेहतर हो सकता था, खासकर दूसरे भाग में।
Vanvaas Movie की तुलना और संदेश
Vanvaas की कहानी बागबान और बजरंगी भाईजान जैसी फिल्मों की याद दिलाती है, लेकिन इसमें कुछ अनोखे तत्व भी हैं। फिल्म हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि परिवार और रिश्तों का महत्व कितना बड़ा है। बुजुर्ग माता-पिता को बोझ नहीं, बल्कि परिवार का एक अहम हिस्सा मानना चाहिए।
Vanvaas Movie Review का निष्कर्ष
कुल मिलाकर, Vanvaas एक ऐसी फिल्म है जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने में सफल होती है। यह फिल्म उन लोगों के लिए एक संदेश है, जो रिश्तों और परिवार की अहमियत को नजरअंदाज करते हैं। हालांकि, फिल्म को पर्याप्त प्रचार नहीं मिला, जिसके कारण बॉक्स ऑफिस पर इसका प्रदर्शन सीमित हो सकता है।
Vanvaas movie review हमें यह सिखाती है कि जीवन में रिश्ते सबसे अहम हैं। अगर आप एक ऐसी फिल्म देखना चाहते हैं जो आपको गहराई से सोचने पर मजबूर करे और आपके दिल को छू ले, तो Vanvaas जरूर देखें।