भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान tabla maestro Ustad Zakir Hussain का सोमवार को 73 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह Idiopathic Pulmonary Fibrosis से जुड़ी जटिलताओं के कारण दुनिया से विदा हो गए। उनका इलाज San Francisco के एक hospital में चल रहा था, जहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरी दुनिया में उनके चाहने वालों और भारतीय संगीत प्रेमियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई।
Ustad Zakir Hussain के निधन पर Prime Minister की संवेदना
Prime Minister Narendra Modi ने social media platform X पर Zakir Hussain को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इसे भारतीय शास्त्रीय संगीत के लिए “एक अपूरणीय क्षति” करार दिया। अपने पोस्ट में PM Modi ने लिखा:
“महान tabla maestro Ustad Zakir Hussain जी के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने tabla को global मंच पर पहुंचाया और भारतीय संगीत को एक नई पहचान दिलाई। उनकी संगीत साधना और प्रतिभा को सदैव याद रखा जाएगा।”
Deeply saddened by the passing of the legendary tabla maestro, Ustad Zakir Hussain Ji. He will be remembered as a true genius who revolutionized the world of Indian classical music. He also brought the tabla to the global stage, captivating millions with his unparalleled rhythm.…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2024
Zakir Hussain का जीवन और शुरुआती सफर
Ustad Zakir Hussain का जन्म 9 मार्च 1951 को Mumbai में हुआ था। उनके पिता Ustad Allah Rakha स्वयं एक महान tabla maestro थे। पिता की प्रेरणा और guidance से Zakir Hussain ने छोटी उम्र में ही tabla बजाने में महारत हासिल कर ली। बचपन से ही वह अपने पिता के concerts में साथ जाने लगे और अपने अद्वितीय अंदाज से श्रोताओं का ध्यान खींचने लगे।
Zakir Hussain का शास्त्रीय संगीत का सफर केवल भारत तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने भारतीय classical music को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पहचान दिलाई। उनकी performances को न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में सराहा गया।
Ustad Zakir Hussain का भारतीय और वैश्विक संगीत में योगदान
Zakir Hussain ने शास्त्रीय संगीत के साथ-साथ fusion music में भी अपनी अलग पहचान बनाई। वह कई international collaborations का हिस्सा रहे, जिनमें भारतीय और पश्चिमी संगीत का अनोखा संगम देखने को मिला।
- Shakti Band: उन्होंने प्रसिद्ध guitarist John McLaughlin के साथ मिलकर Shakti नामक fusion band की स्थापना की।
- Planet Drum: उन्होंने percussion group Planet Drum में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसके लिए उन्हें Grammy Award भी मिला।
Zakir Hussain ने tabla वादन की एक नई भाषा विकसित की, जो rhythm और melody का अनोखा संगम पेश करती है। उनकी संगीत रचनाएं traditional classical performances और modern experimental music के बीच एक पुल की तरह काम करती हैं।
Zakir Hussain को मिले सम्मान
उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए Zakir Hussain को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए।
- Padma Shri (1988): यह सम्मान भारतीय classical music में उनके योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया।
- Padma Bhushan (2002): यह सम्मान classical music और international fusion music में उनकी उपलब्धियों के लिए मिला।
- Padma Vibhushan (2023): यह भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च सम्मान है।
- Grammy Awards: उनके career में चार Grammy Awards शामिल हैं, जो उनकी global पहचान और प्रतिभा को दर्शाते हैं।
- National Academy of Recording Arts and Sciences Award: उन्हें यह सम्मान percussion instruments के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मिला।
Zakir Hussain का शांतिपूर्ण निधन
Zakir Hussain का निधन 9 दिसंबर 2024 को San Francisco के एक hospital में हुआ। पिछले दो हफ्तों से वह गंभीर स्थिति में थे और उन्हें ventilator support पर रखा गया था। उनकी बहन Khursheed Aulia ने जानकारी दी कि उनका निधन शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। परिवार ने यह भी कहा कि Zakir Hussain की यादें और उनका संगीत उनकी सबसे बड़ी विरासत हैं, जिसे उनके प्रशंसक हमेशा याद रखेंगे।
Zakir Hussain की Legacy
Zakir Hussain केवल एक tabla player नहीं थे; वह एक institution थे। उन्होंने संगीत के क्षेत्र में कई नई पीढ़ियों को प्रेरित किया। उनकी performances न केवल शास्त्रीय संगीत के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ाती थीं, बल्कि यह भी दिखाती थीं कि भारतीय classical music किस तरह universal language हो सकता है।
उनकी compositions जैसे Making Music, Masters of Percussion, और The Eternal Rhythms को आज भी संगीत प्रेमियों द्वारा सराहा जाता है। उनकी कला ने यह साबित कर दिया कि tabla सिर्फ एक accompanying instrument नहीं है, बल्कि solo performances में भी अपनी खास पहचान बना सकता है।
Zakir Hussain के निधन का असर
Zakir Hussain के निधन ने संगीत प्रेमियों को गहरा आघात दिया है। Indian classical music community और उनके international collaborators ने इसे संगीत जगत के लिए एक बड़ा नुकसान माना है। उनके साथी musicians और disciples ने उनके contributions को याद करते हुए कहा कि उन्होंने संगीत को global स्तर पर ले जाने का काम किया।
भारतीय संगीत के लिए एक प्रेरणा
Zakir Hussain ने अपनी कला के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक धरोहर को दुनिया के हर कोने में पहुंचाया। उनकी संगीत साधना और contributions आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेंगी। उनकी legacy केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह international संगीत के landscape का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है।