Naam Movie Review में हम बात करेंगे एक ऐसे फिल्म के बारे में, जिसमें Ajay Devgn और Anees Bazmee का नाम जुड़ा है, लेकिन इस फिल्म ने सबकी उम्मीदों को धराशायी कर दिया। क्या हुआ जब Ajay Devgn को एक रिवेंज और रोमांचक कहानी में उतारा गया? इस फिल्म की memory loss थ्रिलर जैसी फिल्में हमेशा रोमांचक होती हैं, लेकिन इस फिल्म ने कुछ नया पेश करने के बजाय दर्शकों को सिर्फ निराश किया।
Naam Movie Review: कमजोर कहानी
Naam Movie Review में सबसे पहली बात की जाए तो कहानी की बात करें, तो फिल्म की कहानी काफी पुरानी और घटिया लगी। फिल्म में Ajay Devgn का किरदार एक professional killer का है, जो चार गोलियों के बाद अपनी memory खो बैठता है। इसके बाद, जब वह अपनी खोई हुई यादों को वापस पाने की कोशिश करता है, तो उसे एक पूरी खतरनाक दुनिया का सामना करना पड़ता है।
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इस तरह की कहानी पहले भी कई फिल्मों में देखी जा चुकी है, और इससे Naam Movie में कोई नई बात नहीं है। इस action thriller को देख कर ऐसा लगता है कि कहानी में कुछ नया नहीं था। यह पुरानी फिल्म की तरह बन चुकी है, जो बहुत सारा समय बर्बाद करती है और कहीं भी excitement नहीं देती।
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Ajay Devgn की Performance
Ajay Devgn के फैंस को इस फिल्म से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन फिल्म में उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर था। एक्शन और ड्रामा के शौकिन अभिनेता के तौर पर Ajay Devgn ने अपनी एक पहचान बनाई है, लेकिन इस फिल्म में उनका प्रदर्शन बहुत ही ढीला और सुस्त रहा। कहानी के अनुसार, उन्हें एक खतरनाक हत्यारे का किरदार निभाना था, लेकिन यह किरदार कहीं भी देखने लायक नहीं बन पाया। उनके अभिनय में कोई depth नहीं दिखी, और फिल्म में उनकी भूमिका भी नीरस सी लगी।
Supporting Cast की दम तोड़ती Acting
फिल्म में Bhoomika Chawla और Sameera Reddy भी प्रमुख भूमिकाओं में थीं, लेकिन उनका प्रदर्शन भी उतना प्रभावी नहीं था। Sameera Reddy का रोल काफी बेअसर था और उनकी स्क्रीन पर मौजूदगी कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाई। इसके अलावा, Rahul Dev जैसे अभिनेता को विलेन के रूप में पेश किया गया था, लेकिन उनका किरदार भी कहानी में अपनी अहमियत नहीं बना सका। यही नहीं, फिल्म के दौरान उनके संवादों और कार्यों में ऐसा कुछ भी नहीं था जो दर्शकों को आश्चर्यचकित कर सके।
Weak Screenplay और Editing
फिल्म की कहानी तो पहले ही कमजोर थी, लेकिन सबसे बड़ा कमी इसका screenplay और editing था। फिल्म के हर हिस्से में कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि फिल्म में और भी ज्यादा एक्साइटमेंट और ड्रामा हो सकता था, लेकिन किसी कारणवश यह नहीं हुआ। फिल्म में तेजी से घटने वाली घटनाएं और एक्शन सीन ज्यादा बिखरे हुए थे, जिससे कहीं भी एक सीधा लिंक नहीं बन पाया। इसके अलावा, फिल्म का editing भी काफी उबाऊ था, जिसने और भी ज्यादा फिल्म को कमजोर बना दिया।
Rajpal Yadav का Humor: एकमात्र राहत
इस फिल्म में यदि कुछ राहत देने वाला था तो वो थे Rajpal Yadav। उन्होंने अपने हंसी-मजाक के संवादों से दर्शकों को थोड़ी राहत दी, लेकिन फिर भी पूरे फिल्म में उनकी भूमिका बहुत छोटी और अप्रासंगिक थी। Naam Movie में उनके हास्य अभिनय ने जितनी खुशी दी, उतनी ही जल्द वह खत्म भी हो गई।
Film का Visuals और Music
फिल्म का विजुअल्स और म्यूजिक भी कमजोर था। Naam Movie का संगीत शायद ही कोई दर्शक याद रख पाए, और इसके विजुअल्स भी अपने पुराने लुक के साथ फिल्म को बिल्कुल पुराने जमाने की फिल्म बना देते हैं। कुछेक सीन में आपको वही पुराने जमाने का एयरपोर्ट और शहर दिखेगा, जो अब तक पूरी तरह बदल चुका है।
Final Verdict
अगर हम Naam Movie Review की बात करें तो यह फिल्म काफी निराशाजनक साबित हुई है। फिल्म के memory loss वाले कांसेप्ट के बावजूद, यह कहानी कहीं से भी दिलचस्प नहीं बन पाई। Ajay Devgn और Anees Bazmee का नाम इस फिल्म के साथ जुड़ा होने के बावजूद, फिल्म ने पूरी तरह से दर्शकों की उम्मीदों को तोड़ा।
यह फिल्म उन लोगों के लिए नहीं है जो अच्छा और रोमांचक एक्शन देखना चाहते हैं। फिल्म के कमजोर प्रदर्शन, स्लो स्क्रीनप्ले और बोरिंग एक्शन सीन ने इस फिल्म को एक पूरी तरह से फ्लॉप बना दिया है।