Garam Dharam Dhaba: दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता Dharmendra और दो अन्य लोगों के खिलाफ Garam Dharam Dhaba फ्रेंचाइजी के धोखाधड़ी मामले में समन जारी किया है। 5 दिसंबर, 2024 को जारी इस समन में दिल्ली के व्यवसायी Sushil Kumar द्वारा दायर शिकायत के बाद आरोपी पक्ष को पेश होने का आदेश दिया गया है।
आरोप और समन जारी
शिकायतकर्ता सुशील कुमार का दावा है कि उन्हें Garam Dharam Dhaba में निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया था, लेकिन यह वादा झूठा निकला। न्यायिक मजिस्ट्रेट यशदीप चहल ने कहा कि प्राथमिक साक्ष्य इस ओर इशारा करते हैं कि आरोपी ने कुमार को धोखा देने के इरादे से इस डील को अंजाम दिया।
समन में Dharmendra (धर्म सिंह देओल) और उनके दो सह-आरोपियों को IPC Section 420 (Cheating), Section 120B (Criminal Conspiracy) और Section 34 (Common Intention) के तहत अदालत में पेश होने का आदेश दिया गया है। सह-आरोपियों पर Section 506 (Criminal Intimidation) के तहत भी आरोप लगाए गए हैं।
धोखाधड़ी का मामला
शिकायत के मुताबिक, अप्रैल 2018 में, धर्मेंद्र की ओर से एक सह-आरोपी ने सुशील कुमार से संपर्क किया और उन्हें उत्तर प्रदेश में Garam Dharam Dhaba फ्रेंचाइजी शुरू करने की पेशकश की। कुमार को बताया गया कि दिल्ली और हरियाणा के मुरथल में मौजूद धाबों का मासिक कारोबार 70-80 लाख रुपये है।
इस आकर्षक प्रस्ताव के कारण कुमार ने 41 लाख रुपये के निवेश पर 7% लाभांश के लिए सहमति दी। बाद में, कुल 63 लाख रुपये और कर का निवेश करने का समझौता किया गया। 22 सितंबर, 2018 को एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किए गए।
कुमार ने 17.70 लाख रुपये का चेक दिया, जिसे आरोपी ने भुना लिया। हालांकि, फ्रेंचाइजी चालू करने के बार-बार प्रयासों के बावजूद, आरोपी अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन नहीं कर सके। कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि जमीन खरीदने और निवेश के बाद जब उन्होंने संपर्क करने की कोशिश की, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।
Dharmendra Garam Dharam Dhaba Cheating Case अदालत की प्रक्रिया
अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख 20 फरवरी, 2025 तय की है। कोर्ट का कहना है कि समन साक्ष्यों के प्रारंभिक मूल्यांकन पर आधारित है, और आगे की जांच के दौरान मामले की गहन पड़ताल की जाएगी।
शिकायतकर्ता ने पहले कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने शुरू में इसे अनुबंध का उल्लंघन मानते हुए संज्ञेय अपराध नहीं माना। हालांकि, अदालत ने इस मामले को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ने का फैसला किया है।
Garam Dharam Dhaba फ्रेंचाइजी पर उठे सवाल
Garam Dharam Dhaba, जो बॉलीवुड थीम पर आधारित है, धर्मेंद्र के प्रशंसकों के बीच काफी लोकप्रिय है। लेकिन यह मामला व्यवसायिक पारदर्शिता और नैतिकता पर सवाल खड़े करता है। अगर अदालत में आरोप सही साबित होते हैं, तो इससे फ्रेंचाइजी की साख पर गहरा असर पड़ सकता है।
यह केस धर्मेंद्र की प्रतिष्ठा और Garam Dharam Dhaba की विश्वसनीयता के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता के खिलाफ लगे ये आरोप निश्चित ही लोगों के लिए चौंकाने वाले हैं। अब सभी की नजरें अदालत की कार्यवाही और आगामी फैसले पर टिकी हैं।